ब्रिक्स देशों ने सूचना-तकनीक के क्षेत्र में सहयोग की योजना तैयार की
ब्रिक्स के दूर संचार और सूचना तकनीक मन्त्रियों ने पिछले हफ़्ते भारत में बैठक हुई
ब्रिक्स देशों के दूर संचार और सूचना तकनीक मन्त्रियों ने पिछले हफ़्ते भारत में हुई एक बैठक में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में संयुक्त विकास कार्यक्रम और सहयोग की एक योजना स्वीकार की है।
इस योजना के अनुसार, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी की छह प्रमुख दिशाओं में सहयोग किया जाएगा। ये छह दिशाएँ हैं — सभी स्तरों पर क्षेत्रीय सूचना और संचार प्रौद्योगिकी कम्पनियों के बीच आपसी सम्पर्क; अनुसन्धान और विकास के साथ-साथ सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अभिनव विकास; विस्तार और डिजिटल अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाना; सार्वजनिक मोबाइल अनुप्रयोगों सहित ई-सरकार का विकास तथा अन्तरराष्ट्रीय सहयोग और सँयुक्त गतिविधियों का समन्वय।
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इस बैठक में भाग लेने वाले रूसी प्रतिनिधिमण्डल का नेतृत्व रूस के जनसंचार मन्त्री निकलाय निकिफ़ोरफ़ कर रहे थे।
बैठक में बोलते हुए निकलाय निकिफ़ोरफ़ ने कहा — हमें प्रसन्नता है कि हमने यह कार्यक्रम और योजना स्वीकार कर ली है, जो दुपक्षीय स्तर पर और बहुपक्षीय स्तर पर हमारे पारस्परिक सहयोग का आगे विकास करने में सहायक सिद्ध होगी। हम सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में काम करने वाली कम्पनियों के बीच आपसी सहयोग बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि हम हमारे देशों के नेताओं द्वारा हमारे सामने रखे गए उद्देश्यों को प्राप्त कर सकें।
निकलाय निकिफ़ोरफ़ ने कहा — हम यह देख रहे हैं कि हमारे चारों तरफ़ दुनिया कितनी बदलती जा रही है और सूचना व संचार प्रौद्योगिकी की सहायता से हमारे बीच की सीमाएँ मिटती जा रही हैं। हम यह कल्पना भी नहीं कर सकते हैं कि यदि कई देश मिलकर इस दिशा में आगे बढ़ने की कोशिश करें या वे एकीकृत इलैक्ट्रोनिक प्रणाली की स्थापना कर लें तो वे कितने ज़्यादा सफल होंगे। हमें विश्वास है कि देर-सवेर ऐसा ज़रूर होगा। मुझे उम्मीद है कि ब्रिक्स समूह इस एकीकृत इलैक्ट्रोनिक प्रणाली का निर्माण करने की दिशा में प्रारम्भिक क़दम बढ़ाएगा।
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