एसयू-35 की बिक्री पर रूस और पाक के बीच कोई बातचीत नहीं हो रही
यह अफ़वाह पाकिस्तान ने उड़ाई है और पूरी तरह से ग़लत है
रूस के विदेश मन्त्रालय के द्वितीय एशिया विभाग के निदेशक ज़मीर काबुलफ़ ने समाचार समिति रिया नोवस्ती से बात करते हुए बताया कि पाकिस्तान को एसयू-35 विमानों की बिक्री के बारे में रूस और पाकिस्तान के बीच कोई बातचीत नहीं हो रही है।
ज़मीर काबुलफ़ ने कहा — यह अफ़वाह पाकिस्तान ने उड़ाई है और पूरी तरह से ग़लत है। रूसी सैन्य-तकनीकी सहयोग सेवा और ’रोस-अबारोन-एक्सपोर्त’ के अधिकारी पहले ही इस तरह की कोई बातचीत होने से इन्कार कर चुके हैं। हम पाकिस्तान के साथ इस तरह की कोई वार्ता नहीं कर रहे हैं।
हाल ही में पाकिस्तान और रूस के सँयुक्त सैन्य अभ्यास से चिन्तित भारत के बारे में टिप्पणी करते हुए ज़मीर काबुलफ़ ने कहा — भारतीय अधिकारियों को यह बात समझनी चाहिए कि भारत और रूस के बीच हो रहे सैन्य सहयोग के मुक़ाबले वह सैन्याभ्यास कुछ भी नहीं था।
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ज़मीर काबुलफ़ ने कहा — हम भारत को पहले ही यह समझा चुके हैं कि चिन्तित होने की कोई ज़रूरत नहीं है। भारत के साथ तो हम हर साल बड़े स्तर पर ’इन्द्र’ नामक सैन्याभ्यास करते हैं। जबकि पाकिस्तान के साथ हमने, बस, एक छोटी-सी पलटन के स्तर पर सैन्याभ्यास किया है।
विगत 24 सितम्बर से 10 अक्तूबर तक रूस और पाकिस्तान के सैन्य दस्तों ने ’मैत्री-2016’ नामक सँयुक्त सैन्याभ्यास किए थे।
ज़मीर काबुलफ़ ने कहा — भारत और रूस के बीच जिस स्तर पर सैन्य सहयोग हो रहा है, उसके सामने पाकिस्तान के साथ किया गया यह छोटा-सा सैन्य-अभ्यास कुछ भी नहीं है।
ज़मीर काबुलफ़ ने कहा — दूसरी तरफ़ भारत सरकार भी तो अमरीका और दूसरे देशों के साथ सैन्य अनुबन्ध करती रहती है, जबकि रूस हमेशा आड़े वक़्त में भारत के काम आता है। हमें भी भारत की यह बात पसन्द नहीं आती। लेकिन हम तो बिना शोर मचाए ही भारत के साथ इस सवाल पर बातचीत करते हैं।
भारत-रूसी सँयुक्त सैन्याभ्यास — इन्द्र 2016