बंगाल की खाड़ी में रूसी-भारतीय सँयुक्त नौसैनिक अभ्यास ’इन्द्र-नेवी’ समाप्त हो गए। इन सैन्याभ्यासों के दौरान दो देशों के युद्धपोतों ने एक-दूसरे के विरुद्ध युद्ध करने का अभ्यास किया। यह जानकारी रूस के प्रशान्त महासागरीय नौसैनिक बेड़े की प्रेससेवा के अधिकारी व्लदीमिर मत्वियेफ़ ने दी।
उन्होंने बताया — इन्द्र-नेवी 2016 नौसैनिक अभ्यास के दौरान समुद्र में अभ्यास करते हुए तीसरे दिन रूसी और भारतीय युद्धपोतों ने जैसे आपस में ही लड़ाई करनी शुरू कर दी थी।
व्लदीमिर मत्वियेफ़ ने कहा — युद्धाभ्यास की कल्पना के अनुसार, अपने-अपने संसाधनों से समुद्र की गहराइयों में अपने दुश्मनों की खोज करते हुए दोनों पक्षों ने जैसे एक-दूसरे पर हमले किए। रूसी विशाल पोतनाशाक युद्धपोत ’एडमिरल त्रिबूत्स’, भारतीय विध्वंसक युद्धपोत ’रणवीर’ और भारतीय युद्धपोत ’सतपुड़ा’ ने समुद्र में खड़े किए गए कृत्रिम लक्ष्यों पर तोपों से गोले छोड़े। ये सभी लक्ष्य भारतीय पोत ’कमोर्ता’ ने खुले समुद्र में खड़े किए थे।
व्लदीमिर मत्वियेफ़ ने आगे बताया — भारतीय और रूसी नौसैनिकों ने ’सतपुड़ा’ युद्धपोत से विशाल पोतनाशाक युद्धपोत ’एडमिरल त्रिबूत्स’ को समुद्री टैंकर ’बूतोमा’ के सहयोग से सामान पहुँचाने का भी अभ्यास किया। सैन्याभ्यास के आख़िर में युद्धपोत ’सतपुड़ा’ पर दो देशों के नौसैनिकों ने समारोही समापन कार्यक्रम का आयोजन किया और भारतीय नौसैनिकों ने रूसी नौसैनिकों को स्वदेश रवाना किया।
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